👍कंप्यूटर का इतिहास👍
दुनिया भर में अब तक के ज्ञान तोतो के आधार पर ही ये पाया गया है कि शून्य की खोज और प्रयोग का सर्वप्रथम प्रमाड़ित उल्लेख भारत के व्याख्यात खगोल शास्त्री गाडीताज्ञा आर्या भट्ट के द्वारा रचित उनके गड़तीय खगोल शास्त्रा ग्रन्थ के द्वारा आर्या भट्टिया के संख्या में लेखकों में शून्य की विषिश्टि संकेत मिलते है | सबसे पहले इनके ग्रन्थ में ही शून्य को सम्मलित किया गया है | बस तब से संख्याओं को सब्दो के रूप में प्रदर्शित करने के प्रचलन आरम्भ हुआ | एक भारतीय लेखख जिनका नाम पिंगला था |
उनहोंने २०० ई। के पूर्व में अपनी शास्त्र का प्रचार करने के लिए आर्या भट्ट द्वारा विकसित नापने वाली प्रदली को विकशित किया गया था। और दो आधारीय अंग प्रदली बाइनरी नंबर का सबसे पहले ज्ञान विवरण प्रस्तुत किया गया इन जादुई अंको ० एंड १ का ही प्रयोग प्रथम कंप्यूटर की संरचना के लिए मुख्या रूप से किया गया था।
FIRST GENERATION - कंप्यूटर में सर्वप्रथम vacum tube की वजह से इन कंप्यूटर के आकर बहुत बड़ा गया था। यह एक रूम के बराबर होते थे। यह बहुत ज्यादा हीटनेस उत्पन करते है। फर्स्ट genertaion के कंप्यूटर में किसी भी प्रकार का ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं होता था। इन कंप्यूटर में कैलकुलेशन करने की कपीसिटी बहुत काम थी। यह कंप्यूटर मशीन लैंग्वेज को समझते थे। इनका लगभग वजन 30 टन था। यह कंप्यूटर २०० kg पावर लेता था।
SECOND GENERATION - सन १९४७ में ट्रांसिस्टर की खोज की गयी इस पीढ़ी में कंप्यूटर का सिग्नेचर छोटा और कंप्यूटर कपीसिटी बढ़ने के लिए ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाने लगा ये फर्स्ट जनरेशन की अपेक्छा काम हीटनेस उत्पन करता था। इन कम्प्यूटर्स से मैग्नेटिक टैप की जगह मैग्नेटिंग का यूज़ किया जाने लगा। इस जनरेशन में इस कंप्यूटर में फोर्टीन केबल की जैसे high label लैंग्वेज का अविष्कार हुआ।
THIRD GENERATION - थर्ड जनरेशन के कंप्यूटर id डेवलपमेंट के साथ ही मॉडर्न कंप्यूटर के थर्ड जनरेशन का जन्मम इस पीढ़ी में I .C का यूज़ होने लगा। यह i c सिलिकॉन नामक मेटल की बानी होती है। यह मेटल इसकी वर्ग कैपेसिटी को बधा देता है। i c का यूज़ कम्यूटर का साइज छोटा तथा कंप्यूटर की कैपेसिटी बढ़ गयी।
FOURTH GENERATION - फोर्थ जनरेशन में सबसे पहले माइक्रो प्रोसेसर का अविष्कार १९७० में हुआ था। माइक्रो प्रोसेसर के निर्माड़ के साथ ही कंप्यूटर में बदलाव हुआ जहा पर i c की जगह माइक्रो प्रोसेसर को V L S I
(large scale intregation cerkit) माइक्रो प्रोसेसर में मिलियंस ऑफ़ वर्ड ट्रांजिस्टर लगे होते है। जो इसकी कैपेसिटी को बहुत ही फ़ास्ट कर देते है। दुनिया में दो बड़ी कंपनी माइक्रो प्रोसेसर बनाने वाली है। १- INTEL
२- AMB
इस जनरेशन में मेमोरी में स्टोरेज के लिए semiconducator मेमोरी का निर्माड़ हुआ जो बहुत ही फ़ास्ट तरीके से डाटा स्टोरेज में उसे होने लगी है।
FIFTH GENERATION - फिफ्थ जनरेशन कंप्यूटर आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस techonology पर आधारित है।
इस जनरेशन के कंप्यूटर में सेल्फ कैपेसिटी डेवलपमेंट कर सकते है। फिफ्थ जनरेशन कंप्यूटर को इंटरनेट के माध्यम से कनेक्टिविटी करके बहुत ही आसानी से एक से दुसरे सिस्टम में डाटा को कम्यूनिकेट हो पारहा है।
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